Monday, April 26, 2010

हिंदी को जन-जन तक पहुँचाना.......

हिंदी को जन-जन तक पहुँचाना ही होगा। तभी आम जन को हिंदी की ताकत का एहसास होगा और वे भी एक सूत्र में बंध सकेंगे। हम सब जानते हैं कि हिंदी का हस्तक्षेप हर मायने में बढ़ता जा रहा है बस इसको अपनाने की जरूरत है चाहे पर प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हो या किसी अन्य में हिंदी हर क्षेत्र में अपना लोहा मनवा रही है। हमें भी इसको सही तरीके से प्रचार प्रसार करने का आवश्यकता है क्रमबद्ध तरीके इसे इसे अपनाएंगे तो यह बाकई में आगे तक जाएगी और अन्य देशों में यह प्रचलित होगी। जैसे- भारत का मतलब हिंदी.......

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